गोलोय के पत्तो का आकार पान के पत्ते की तरह होता हैं। गिलोय की इस पत्ती में इतने गुण छिपे होते है जिसके कारण यह अमृता नाम से भी जानी जाती है। गिलोय की पत्तियां नीम और आम के पेड़ों के आस पास ही पाई जाती हैं। जिस पेड़ से यह लिपटती हुई बढ़ती है उनके गुणों को भी अपने में समाहित कर लेती है। इस कारण से नीम पर चढ़ी गिलोय सबसे श्रेष्ठ औषधि मानी जाती है।