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VITAMIN D Ki Kami Kaise Puri Kare

विटामिन डी ( VITAMIN D) एक आवश्यक पोषक तत्व है जो आपके शरीर को मजबूत हड्डियों के निर्माण और रखरखाव सहित कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं के लिए आवश्यक है।

विटामिन डी प्राकृतिक तौर पर हमारे शरीर में ही बनता है बस सूरज की रोशनी की जरूरत होती है। लेकिन बदले समय के साथ लोग सूरज की रोशनी में कम समय बिताते हैं। इसके अलावा हमारा खानपान भी ऐसा हो गया है कि जरूरी तत्‍वों की पूर्ति नहीं हो पाती। ऐसे में कुछ लक्षण हैं जिनके आधार पर हम अंदाजा लगा सकते हैं कि हमें विटमिन डी ( Vitamin D) की जरूरत है।

विटामिन डी हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह शरीर में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करने का काम करता है, जो तंत्रिका तंत्र की कार्य प्रणाली और हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। विटामिन डी के लक्षण एकदम उभर कर सामने नहीं आते, इसी वजह से लोगों को समय पर विटामिन डी की कमी से होने वाले रोगों का पता ही नहीं चल पाता। इसलिए विटामिन डी की नियमित जांच और विटामिन डी युक्त भोजन लेना जरूरी है। आज हम आपको बता रहे हैं कि शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर कैसे लक्षण दिखते हैं।

विटामिन डी की कमी के कारण क्या हैं- Factors that leads to vitamin D deficiency

 जरूरत से कहीं ज्यादा सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना. ऐसा करने से सूरज की किरणें त्वचा तक पहुंच ही नहीं पाती.

 ऐसी जगह रहना जहां धूप या सूरज की रोशनी कम हो.

अधिक प्रदूषण वाले वातावरण में रहने के कारण.

ज्यादा समय घर के अंदर ही बिताने के चलते.

 विटामिन डी से भरपूर आहार न लेने के चलते.

विटामिन डी की कमी के लक्षण – Symptoms of vitamin D deficiency

1. थकान महसूस करना.

2. हड्ड‍ियों में दर्द और कमजोरी महसूस होना. इसके अलावा शरीर के अलग-अलग हिस्सों की मांसपेशि‍यों में लगातार दर्द भी इसका एक लक्षण है.

3. तनाव में रहना भी विटामिन डी की कमी का एक लक्षण हो सकता है. आमतौर पर औरतों में विटामिन डी की कमी से डिप्रेशन या स्ट्रेस की समस्या ज्यादा होती है.

4. बाल झड़ना.

5. चोट लगने पर उसके भरने में काफी अधिक समय लगना.

6. विटामिन डी की कमी का असर आपके मूड पर होता है. विटामिन डी की कमी का असर सेरोटोनिन हार्मोन पर पड़ता है. जो मूड स्विंग्स की समस्या पैदा करती है.

7. विटामिन डी की बहुत ज्यादा कमी होने पर जरा सी चोट लगने पर हड्डी टूटने, खास तौर पर जांघों, पेल्विस और हिप्स में दर्द होता है.

VITAMIN D के लिये ये भी ले सकते है ।

दिन में कितना विटामिन डी चाहिए ?

कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए विटामिन डी आवश्यक है। हालांकि, कोई निर्धारित मार्गदर्शन नहीं है, खुराक की सिफारिशें प्रति दिन 600-2,000 आईयू से होती हैं – लेकिन कुछ लोगों को स्वस्थ रक्त स्तर तक पहुंचने और बनाए रखने के लिए भारी खुराक की आवश्यकता हो सकती है।

शरीर मे विटामिन डी कैसे पूरा करे?

Vitamin D विटामिन डी की कमी का सबसे सर्वोत्तम उपाय यह है कि आप सूर्य का प्रकाश या धूप लेकर इसकी कमी को पूरा करें। इसके लिए आपको घंटों धूप में पसीना बहाने की जरूरत नहीं है बल्कि सिर्फ 10 से 15 मिनट तक नियमित धूप लें।

विटामिन डी से भरपूर आहार लें। विटामिन डी की जरूरत प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग मात्रा में होती है इसलिए इसे भोजन या विटामिन डी के सप्लिमेंट्स से पूरा करें

कुछ प्रकार के कपड़े और सनस्क्रीन बाधा उत्पन्न कर सकते हैंइसलिए सनस्क्रीन जरूरत के हिसाब से ही लगाना चाहिए अन्य़था ना लगाएं इससे कम से कम आपको विटामिन डी तो मिल जाएगा।

अगर आप मांसाहारी हैं तो भरपूर मात्रा में मछलियां खाएं, आपके शरीर में विटामिन डी की कमी नहीं होगी।

बूढ़े लोगों को भी पर्याप्त धूप लेने की जरूरत होती है ताकि विटामिन डी की कमी न हो।

ऊपर लेख में आपने जाना विटामिन डी की कमी का कारण, विटामिन डी की कमी के लक्षण और विटामिन डी की कमी के उपचार के बारे में। विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूर्य है इसलिए जादा से जादा

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