दोस्तों हमारे चारों तरफ कई ऐसे पेड़ पौधे हैं जिनमें बहुत औषधीय गुण पाए जाते हैं जैसे कि नीम. नीम के परिवार का एक और पौधा है जिसे हम महानिंब या बकायन भी कहते हैं, आज उसके बारे में बात की जाएगी।
महानिम्ब के फलों को बकायन कहा जाता है। बकायन में बहुत अधिक पौष्टिक तत्व और औषधीय गुण पाए जाते हैं। इसलिए इसका आयुर्वेद में बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
बकायन को सभी भाषाओं में अलग-अलग कहा जा सकता है, लेकिन मुख्य इसे बकायन ही कहते हैं। जैसे नीम की छोटी-छोटी बेर के आकार की गोलियां होती हैं वैसे ही बकायन के पेड़ में भी बेर के आकार की गुठलियों के जैसे फल उगते है । इन्हे आप सुखाकर या फिर इसका काढ़ा बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बकायन का इस्तेमाल बवासीर और घुटनों के दर्द इत्यादि में मुख्य तौर पर किया जाता है?
बकायन का वृक्ष कहां मिलता है?
बकायन के वृक्ष हिमालय के निम्न प्रदेश हिमाचल कश्मीर के अतिरिक्त दक्षिण भारत में भी पाए जाते हैं। भारत के अतिरिक्त इसे चीन, बलूचिस्तान आदि में भी पाया जाता है।
बकायन के फायदे। Bakayan Benefits in Hindi
1. गठिया में फायदेमंद
अगर आप गठिया रोग से परेशान हैं तो बकायन काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। गठिया में बकायन के बीजों को सरसों के तेल में पीसकर लगाने से गठिया रोग से आराम मिलता है।
2. कुत्ते के काटने पर फायदेमंद
अगर कोई कुत्ता आपको काट ले तो कुत्ते के काटने पर उसका जहर ना फैले तो ऐसे में बकायन काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। बकायन की जड़ का रस निकालकर पीने से कुत्ते का जहर नहीं फैलता।
3. बवासीर में फायदेमंद

बकायन का उपयोग बवासीर की दवाइयों में मुख्य तौर पर किया जाता है। इसे आप ऐसे भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बवासीर को अर्श भी कहा जाता है तो बकायन के सूखे बीजों को पीसकर 2 ग्राम सुबह छाछ या लस्सी के साथ पीने से बवासीर में आराम मिलता है। बकायन के बीजों को सौंफ के साथ पीसकर खाने से भी बवासीर में काफी आराम मिलता है और रक्तस्राव बंद हो जाता है।
4. स्वप्नदोष में फायदेमंद
अगर आपको स्वप्नदोष की समस्या है तो आप बकायन के बीजों की गिरी को चावलों के पानी के साथ पीसकर उसमें 10 ग्राम घी मिलाकर सेवन करें। इससे आपका पुराना से पुराना स्वप्नदोष दूर हो सकता है।
5. मुंह के छालों के लिए फायदेमंद
आजकल बहुत से लोगों को मुंह के छालों की समस्या हो रही है तो अगर आपको भी ऐसी समस्या है तो आप 10-10 ग्राम बकायन की छाल और सफेद कत्था को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनाकर लगाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
6. सूजन में फायदेमंद
यदि आपको चोट लगने के बाद सूजन आ जाए तब भी इसका फायदा लिया जा सकता है बकायन के पत्तों को। पीसकर सूजन वाली जगह पर बांधे इससे सूजन दूर हो जाती है।
7. साइटिका रोग में फायदेमंद
यदि आपको साइटिका की समस्या है जिसमें की बहुत अधिक दर्द झेलना पड़ता है तो इसमें भी बकायन की जड़ की छाल 10 ग्राम तक सुबह-शाम जल में पीसकर छानकर पीने से एक माह में आराम मिलता है
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