दोस्तों हमारी धरती पर बहुत सारी औषधीय गुणों वाली वनस्पतियां पाई जाती हैं। जिनमें से एक है स्पिरुलिना (Spirulina). स्पिरुलिना का इस्तेमाल आजकल बहुत ज्यादा किया जा रहा है। यह सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध हो चुकी है। लेकिन कारण है की स्पिरुलिना इतना ज़्यादा प्रचलन में है?
कहा जाता है कि धरती पर स्पिरुलिना (Spirulina) ही एक ऐसा सप्लीमेंट है जिसमें हर एक पोषक तत्व आसानी से मिल जाता है। चाहे प्रोटीन हो , विटामिन हो , या मिनरल हो इसमें सब कुछ आपको उचित मात्रा में मिल जाता हैं। सुनने में यह भी आया है कि अंतरिक्ष में जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों को भी स्पिरुलिना दी जाती है। तो आप आप खुद सोच सकते हैं कि स्पिरुलिना को सुपर फूड क्यों कहा जाता है? इस लेख में आप जानेंगे कि स्पिरुलिना क्या चीज है। इसके फायदे क्या है और इसे कैसे लेना चाहिए।
स्पिरुलिना क्या है | What is Spirulina
जैसा कि हमने बताया स्पिरुलिना (Spirulina) एक सुपरफूड है यह एक तरह की शैवाल है जोकि हरे या नीले रंग की होती है। यह आपको मीठे और समुद्री पानी में भी मिल जाती है आजकल तो इसकी पैदावार खुद की जाती है। एक समय था कि जब इसकी खोज की थी तब इसकी पैदावार समुद्र में ही होती थी और उसे निकाला जाता था। लेकिन आजकल सब कुछ इतना आसान हो गया है कि इसकी पैदावार प्रयोगशाला में की जाती हैं। स्पीरूलिना को निकाल कर उसे साफ करके उसकी गोलियां, कैप्सूल या फिर पाउडर बनाया जाता है और बेचा जाता है।
यह आपको ऑनलाइन या फिर आपको मार्केट में आसानी से मिल जाएगा। कुछ डॉक्टर भी आजकल स्पिरुलिना लेने की ही सलाह देते हैं। पहले इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती थी लेकिन अब कीमत भी कम है।
स्पीरूलिना की डोज कितनी होनी चाहिए? Spirulina Dosage
अगर आप स्पिरुलिना (Spirulina) इस्तेमाल करना चाहते हैं तो स्पिरुलिना की डोज 1 से 3 ग्राम तक लेनी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा दिन में 10 ग्राम तक स्पिरुलिना ले सकते हैं। अगर आप पाउडर फॉर्म में स्पिरुलिना ले रहे हैं तो आप 3 से 5 ग्राम तक इस्तेमाल कर सकते हैं
स्पीरूलिना में पाए जाने वाले पोषक तत्व। Spirulina Nutritional Value in Hindi
स्पिरुलिना उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स इत्यादि पाए जाते है. 7 ग्राम स्पिरुलिना में निम्नलिखित मात्रा में पोषक तत्त्व मौजूद है
- प्रोटीन (Protein): 4 grams
- फैट (Fat): 0.54 gram
- कार्बोहायड्रेट ( Carbohydrate): 1.7 gram
- फाइबर ( Fiber): 0.3 gram
- विटामिन बी1 Vitamin B1 (thiamine): 11% of the RDA
- विटामिन बी2 Vitamin B2 (riboflavin): 15% of the RDA
- विटामिन बी3 (niacin): 4% of the RDA
- कॉपर (Copper): 21% of the RDA
- आयरन(Iron): 11% of the RDA
स्पिरुलिना के फायदे : Spirulina Benefits in Hindi
दोस्तों जैसा कि हमने बताया स्पिरुलिना (Spirulina) एक सुपरफूड है जिसमें बहुत से पौष्टिक तत्व मिल जाते हैं, जैसे की एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, मिनरल्स इत्यादि इसलिए इसके के बहुत से फायदे माने जाते हैं तो चलिए जानते हैं कि क्या-क्या फायदे हैं स्पिरुलिना के
पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट
आजकल प्रदूषण की वजह से या फिर फ्री रेडिकल की वजह से हमें कई तरह की बीमारियां घेर लेती हैं? इसलिए हमें कोई उच्च एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर खाना खाना चाहिए। अगर खाने से आपको वह एंटी ऑक्सीडेंट्स नहीं मिल रहे तो आपको किसी सप्लीमेंट का सहारा लेना चाहिए। स्पीरूलिना एक ऐसा सप्लीमेंट है जिसमें आपको एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में मिलते हैं जो कि आपके इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। और आपकी अंदरूनी बॉडी की सफाई भी करते हैं और बीमारियों से आप बचे रहते हैं।
कोलेस्ट्रोल को बैलेंस करता है
दिल के मरीजों के लिए स्पिरुलिना लेना काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है। ज्यादातर दिल की बीमारियों का नाता कोलेस्ट्रॉल से माना जाता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल यानी कि एलडीएल (LDL) को कम करता है और गुड कोलेस्ट्रॉल एचडीएल (HDL) को बढ़ाता है। यह हम अपनी तरफ से नहीं कह रहे। इसके ऊपर बहुत सारी स्टडी हुई है,रिसर्च हुई है जिससे यह पता लगाया गया है कि स्पिरुलिना लेना कैस्ट्रोल को बैलेंस करने में काफी ज्यादा फायदा देता है।
कैंसर से बचाता है
स्पिरुलिना आपको कई तरह के कैंसर से भी बचाता है क्योंकि इसमें फाइकोसाइनिन (Phycocyanin) नाम का एक योगिक पाया जाता है। रिसर्च के मुताबिक आपको कैंसर से बचाने में यह मदद करता है।
आजकल कई तरह के कैंसर हो रहे हैं। लेकिन स्पिरुलिना आपको मुख्य तौर पर मुंह के कैंसर से बचाव करने में काफी ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
इम्यूनिटी को बढ़ाता है
हमारे भारत में ज्यादातर इम्यूनिटी पोषक तत्वों की कमी की वजह से कम हो जाती है। अगर आपकी बॉडी में पोषक तत्व कम है तो आपकी इम्यूनिटी भी कम होगी। अगर आप स्पिरुलिना लेंगे तो आपकी बॉडी में पोषक तत्वों की कमी पूरी होगी और आपकी इम्यूनिटी भी स्ट्रांग होगी। जिस वजह से आपको कोई सर्दी, खांसी, जुकाम इत्यादि की समस्या नहीं रहेगी।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद
स्पिरुलिना (Spirulina) के फायदे आपके मस्तिष्क की या फिर मानसिक समस्याओं के लिए भी माने जाते हैं। यह दिमाग में AB प्रोटीन के संचय को कम कर घटती याददाश्त को रोकती है। अगर आपकी याददाश्त कम हो रही है। मानसिक क्षमता आपकी कम हो रही है तो उसे यह ठीक करने में काफी ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है। कई लोगों को पार्किंसन रोग में भी के उपचार में भी स्पिरुलिना देने की सलाह दी जाती है।
बीपी को घटाती है
उच्च रक्तचाप कई घातक बीमारियों को न्योता देता है जैसे कि हार्ट अटैक, स्ट्रोक या किडनी से संबंधित बीमारियां। अगर आप ज्यादा से ज्यादा 3 ग्राम तक स्पीरूलिना लेंगे तो आपका बीपी कंट्रोल में रहेगा, बीपी बढ़ेगा नहीं और जिससे आप कई तरह की बीमारियों से बचे रहेंगे यह आपके खून में नाइट्रिक ऑक्साइड के प्रोडक्शन को कम करता है और बीपी को कंट्रोल में रखता है।
एनीमिया में फायदेमंद
एनीमिया आजकल आम समस्या हो गई है। एनीमिया मतलब लाल रक्त कोशिकाओं की कमी होना, लाल रक्त कोशिकाओं की कमी मतलब खून की कमी होना। अगर आपकी बॉडी में खून की कमी हो जाए तो कई तरह की कमजोरी आपको घेर लेती है। स्पिरुलिना में मौजूद आयरन और फॉलेट की वजह से स्पीरूलिना टेबलेट लेने की सलाह दी जाती है जिससे आपके शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है और इम्यून सिस्टम की मजबूत होता है।
एंटी एजिंग है
स्पीरूलिना आपके स्किन के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। अगर आप की बढ़ती उम्र के साथ स्किन पर झुर्रियां इत्यादि हो रही है तो उन्हें भी यह रोकने में काफी ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है क्योंकि इसमें काफी तरह के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो कि चेहरे की बढ़ती झुर्रियां को कंट्रोल करती है।
मांसपेशियों बढ़ाता है
जिम में ज्यादा मात्रा में एक्सरसाइज करने की वजह से मसल टूटते हैं जिन्हें जल्दी से जल्दी रिकवर करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है। स्पीरूलिना में ऐसे कई प्रॉपर्टीज पाई जाती है जो कि आपके मसल को रिपेयर करने का काम करता है। इसके अलावा यह आपकी बॉडी में कई तरह के फायदे देती है। और मसल बढ़ाने और वजन मेंटेन रखने में भी फायदेमंद रहती है।
अगर आप थका थका महसूस करते हैं या फिर बहुत जल्दी थक जाते हैं तो यह थकान को भी दूर करने का काम करती है।
शुगर को कंट्रोल करता है
कुछ शोध में यह पाया गया है कि यह शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। जिन मरीजों की शुगर बढ़ जाती है तो उस शुगर को कम करने के लिए स्पिरुलिना देने की सलाह दी जाती है। यह बढ़ी हुई शुगर को 8% से 9 % तक कम करने में मदद करती है।
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